दबाव
दबाव क्रिकेट में एक मनोवैज्ञानिक स्थिति है जो खिलाड़ियों पर मैच की परिस्थितियों, अपेक्षाओं और स्कोरबोर्ड की स्थिति के कारण पड़ता है। यह एक अदृश्य लेकिन अत्यंत शक्तिशाली कारक है जो खिलाड़ियों के प्रदर्शन को गहराई से प्रभावित करता है। बल्लेबाज़ों पर दबाव तब बढ़ता है जब रन-रेट ऊंची हो, विकेट गिर रहे हों, या मैच का महत्वपूर्ण मोड़ हो। गेंदबाज़ों पर दबाव तब आता है जब विरोधी टीम तेज़ी से रन बना रही हो या बड़ी साझेदारी बना रही हो। दबाव में खेलने की क्षमता महान खिलाड़ियों को औसत खिलाड़ियों से अलग करती है। अनुभवी खिलाड़ी दबाव को सकारात्मक ऊर्जा में बदलने में सक्षम होते हैं जबकि अनुभवहीन खिलाड़ी इसके तहत गलतियां कर सकते हैं। कप्तान और कोच का महत्वपूर्ण काम होता है अपनी टीम पर दबाव कम करना और विरोधी टीम पर दबाव बढ़ाना। मेडन ओवर, विकेट और शानदार फील्डिंग सभी दबाव बनाने के तरीके हैं।