बल्ला
बल्ला क्रिकेट का सबसे महत्वपूर्ण उपकरण है जिसका उपयोग बल्लेबाज गेंद को मारने के लिए करता है। पारंपरिक क्रिकेट बल्ला विलो की लकड़ी से बनाया जाता है, विशेष रूप से अंग्रेजी विलो या कश्मीरी विलो से। आईसीसी नियमों के अनुसार, बल्ले की अधिकतम लंबाई 96.52 सेंटीमीटर और चौड़ाई 10.8 सेंटीमीटर हो सकती है। बल्ले में एक ब्लेड और हैंडल होता है, जिसमें हैंडल गन्ने से बना होता है और रबर की पकड़ होती है। बल्ले का वजन आमतौर पर 1.1 से 1.4 किलोग्राम के बीच होता है। महान खिलाड़ी अपने बल्लों को बहुत संजोते हैं - सचिन तेंदुलकर अपने विशेष बल्लों को 'खास' कहते थे। आधुनिक बल्ले बहुत उन्नत हैं जिनमें मोटे किनारे, बड़े मीठे स्थान और बेहतर संतुलन होता है। बल्ले की देखभाल महत्वपूर्ण है - नए बल्लों को 'नॉक इन' करना पड़ता है और लिंसीड तेल से संरक्षित रखा जाता है। विभिन्न प्रकार के बल्ले होते हैं जैसे टेस्ट बल्ले, टी20 बल्ले, और प्रशिक्षण बल्ले।