बॉल टैम्परिंग
बॉल टैम्परिंग क्रिकेट में एक गंभीर अपराध है जिसमें खिलाड़ी नियमों के विरुद्ध तरीकों से गेंद की स्थिति को बदलने की कोशिश करते हैं ताकि गेंदबाजों को अनुचित लाभ मिल सके। गेंद की स्थिति उसके स्विंग और गति को प्रभावित करती है, इसलिए टीमें वैध तरीकों से गेंद को चमकाती हैं या खुरदरी करती हैं। वैध तरीकों में गेंद को कपड़ों पर रगड़ना, पसीने का उपयोग करना, और गेंद को जमीन पर उछालना शामिल है। हालांकि, अवैध तरीकों में नाखूनों से खरोंचना, विदेशी वस्तुओं (जैसे सैंडपेपर, बोतल कैप) का उपयोग, मिंट या लॉलीपॉप से लार में शर्करा मिलाना शामिल हैं। बॉल टैम्परिंग का पता चलने पर कठोर दंड दिए जाते हैं जिनमें मैच फीस का जुर्माना, मैच बैन और अंतर्राष्ट्रीय बैन शामिल हो सकते हैं। 2018 में ऑस्ट्रेलियाई टीम का केपटाउन में बॉल टैम्परिंग घटना सबसे कुख्यात मामलों में से एक है। अम्पायर गेंद की नियमित जांच करते हैं और संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखते हैं। आधुनिक समय में कैमरे हर गतिविधि रिकॉर्ड करते हैं, जिससे टैम्परिंग पकड़ने की संभावना बढ़ गई है। यह कृत्य खेल की भावना के विरुद्ध माना जाता है।