बाउंड्री
बाउंड्री क्रिकेट मैदान की सीमा रेखा को कहते हैं जो खेल के क्षेत्र को निर्धारित करती है। यह आमतौर पर रस्सी, बाड़ या रंगीन चिह्नों से दर्शाई जाती है। जब गेंद इस सीमा रेखा को छूती है या पार करती है तो बल्लेबाज़ को स्वचालित रूप से रन मिलते हैं। यदि गेंद बिना जमीन छुए सीधे बाउंड्री पार करती है तो छः रन मिलते हैं, जिसे छक्का कहते हैं। यदि गेंद जमीन पर एक या अधिक बार उछलकर बाउंड्री पार करती है तो चार रन मिलते हैं, जिसे चौका कहते हैं। विभिन्न मैदानों में बाउंड्री की दूरी अलग-अलग होती है। छोटे मैदानों में बाउंड्री 60 मीटर तक हो सकती है जबकि बड़े मैदानों में यह 80 मीटर या अधिक हो सकती है। आधुनिक क्रिकेट में बाउंड्री पर विज्ञापन बोर्ड लगाए जाते हैं। बाउंड्री की दूरी खेल की रणनीति को प्रभावित करती है और बल्लेबाज़ों के स्कोरिंग को निर्धारित करती है। फील्डर बाउंड्री के भीतर रहकर ही गेंद को रोक सकते हैं।