क्रिकेट बॉल
क्रिकेट बॉल खेल का सबसे महत्वपूर्ण उपकरण है जो कॉर्क के केंद्र के चारों ओर चमड़े की परतों से बनाई जाती है। इसका वजन 155.9 से 163 ग्राम के बीच और परिधि 22.4 से 22.9 सेंटीमीटर होती है। क्रिकेट बॉल दो प्रकार की होती है - लाल बॉल जो टेस्ट क्रिकेट में उपयोग होती है, और सफेद बॉल जो सीमित ओवरों के मैचों में इस्तेमाल की जाती है। हाल के वर्षों में गुलाबी बॉल भी डे-नाइट टेस्ट मैचों के लिए पेश की गई है। बॉल के बीच में एक उभरी हुई सीम होती है जो छह पंक्तियों की सिलाई से बनती है। यह सीम गेंदबाजों को स्विंग और सीम मूवमेंट उत्पन्न करने में मदद करती है। बॉल की चमक भी महत्वपूर्ण है - एक तरफ चमकदार और दूसरी तरफ खुरदरी बॉल स्विंग बॉलिंग के लिए आदर्श होती है। नई बॉल कठोर होती है और तेज गेंदबाजों के लिए उपयुक्त है, जबकि पुरानी बॉल रिवर्स स्विंग और स्पिन बॉलिंग के लिए बेहतर होती है। बॉल का रखरखाव, जैसे एक तरफ चमकाना और घास पर रगड़ना, खेल की रणनीति का हिस्सा है। क्रिकेट बॉल की गुणवत्ता मैच के परिणाम पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है।