ओवर कमी
ओवर कमी सीमित ओवरों के क्रिकेट मैचों में एक महत्वपूर्ण नियामक प्रावधान है जो विशेष परिस्थितियों में खेल के ओवरों की संख्या कम करने से संबंधित है। जब मैच के दौरान बारिश, खराब रोशनी, या अन्य बाहरी कारणों से खेल में व्यवधान आता है, तो अंपायर और मैच रेफरी मिलकर ओवरों की संख्या कम करने का निर्णय लेते हैं। डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) पद्धति इस स्थिति में लक्ष्य का पुनर्निर्धारण करती है। वनडे मैचों में प्रत्येक टीम के लिए 50 ओवर निर्धारित होते हैं, लेकिन बारिश के कारण यह 20 ओवर तक कम हो सकते हैं। T20 मैचों में भी इसी तरह 20 ओवर से कम हो सकते हैं, लेकिन न्यूनतम 5 ओवर का मैच होना जरूरी है। ओवर कमी का निर्णय लेते समय टीम की रणनीति भी बदल जाती है क्योंकि कम ओवरों में अधिक रन बनाने या विकेट लेने की जरूरत होती है। पावरप्ले के नियम भी ओवर कमी के अनुसार समायोजित होते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश तैयार किए हैं जो सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मैचों में लागू होते हैं।