ओवर-रेट
ओवर-रेट क्रिकेट में प्रति घंटे पूरे किए गए ओवरों की संख्या को दर्शाता है। यह एक महत्वपूर्ण नियम है जो मैच की गति को बनाए रखने और समय की बर्बादी को रोकने के लिए लागू किया गया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टेस्ट मैचों के लिए न्यूनतम ओवर-रेट 15 ओवर प्रति घंटा निर्धारित है, जबकि वनडे मैचों में यह नियम अलग तरीके से लागू होता है। यदि कोई टीम निर्धारित ओवर-रेट बनाए रखने में विफल रहती है, तो उस पर जुर्माना लगाया जा सकता है जिसमें मैच फीस का कटौती, कप्तान पर प्रतिबंध या विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अंकों की कटौती शामिल है। धीमी ओवर-रेट का मुख्य कारण क्षेत्ररक्षण परिवर्तन में देरी, गेंदबाज की लंबी रन-अप, चोट के कारण रुकावट और अनावश्यक परामर्श होते हैं। टीम प्रबंधन और कप्तान को समय का ध्यान रखना और तेज गति से खेल को आगे बढ़ाना आवश्यक होता है। आईसीसी ने दर्शकों के अनुभव को बेहतर बनाने और क्रिकेट को अधिक आकर्षक बनाने के लिए ओवर-रेट के नियमों को सख्त किया है। कप्तानों को अपनी टीम की ओवर-रेट की लगातार निगरानी करनी चाहिए ताकि दंड से बचा जा सके।