Zing तकनीक
Zing तकनीक क्रिकेट में एक आधुनिक नवाचार है जिसमें एलईडी (LED) लाइट युक्त स्टंप और बेल्स का उपयोग होता है। यह तकनीक ऑस्ट्रेलियाई आविष्कारक ब्रोंटे एकरमैन द्वारा विकसित की गई थी और 2012 से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उपयोग हो रही है। Zing स्टंप्स में माइक्रोप्रोसेसर होते हैं जो गेंद या बल्ले द्वारा स्टंप या बेल्स को छूने पर तुरंत (1/1000वें सेकंड में) लाल या सफेद एलईडी लाइट जला देते हैं। यह तकनीक अंपायरों को सटीक निर्णय लेने में मदद करती है विशेष रूप से रन आउट, स्टंपिंग और बोल्ड आउट के मामलों में। Zing बेल्स में भी सेंसर होते हैं जो विकेट गिरने पर तुरंत प्रकाशित हो जाते हैं। यह तकनीक टेलीविजन दर्शकों के लिए मैच को अधिक रोमांचक बनाती है। Zing स्टंप्स में स्टंप कैमरा भी लगा होता है जो अनूठे कैमरा एंगल प्रदान करता है। यह तकनीक सीमित ओवरों के क्रिकेट में विशेष रूप से लोकप्रिय है और आईपीएल, बीबीएल और अन्य टी20 लीगों में नियमित रूप से उपयोग होती है। Zing तकनीक की लागत अधिक होने के कारण सभी मैचों में इसका उपयोग नहीं होता। इस तकनीक ने क्रिकेट में निर्णय लेने की सटीकता को काफी बढ़ाया है।