फ्लिपर
फ्लिपर लेग स्पिन गेंदबाजी में इस्तेमाल की जाने वाली एक विशेष और धोखेबाज डिलीवरी है। इस गेंद को अंगूठे, तर्जनी और मध्यमा उंगली के बीच से निकाला जाता है, जिससे गेंद पर बैकस्पिन लगता है। फ्लिपर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह पिच पर उछलने के बाद नीचे रहती है और तेज़ी से स्किड करती है, जबकि सामान्य लेग स्पिन गेंद ऊपर उछलती है। बल्लेबाज अक्सर इसे पहचानने में असफल रहते हैं और एलबीडब्ल्यू या बोल्ड हो जाते हैं। इस गेंद का आविष्कार ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर क्लेरी ग्रिमेट ने किया था और इसे शेन वार्न ने लोकप्रिय बनाया। फ्लिपर फेंकना तकनीकी रूप से बहुत चुनौतीपूर्ण है और इसमें वर्षों का अभ्यास लगता है। गेंद को फेंकते समय कलाई को विशेष तरीके से घुमाना पड़ता है और अंगूठे से गेंद को धक्का देना होता है। यह डिलीवरी विशेष रूप से सपाट पिचों पर प्रभावी होती है जहां सामान्य स्पिन गेंद कम असर दिखाती है। फ्लिपर का सही समय पर उपयोग बल्लेबाज को पूरी तरह से चकमा दे सकता है।