फोर्स्ड फॉलो-ऑन
फोर्स्ड फॉलो-ऑन टेस्ट क्रिकेट में एक रणनीतिक निर्णय है जिसमें पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम की कप्तानी विरोधी टीम को दूसरी पारी खेलने के बजाय तुरंत दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए मजबूर कर सकती है यदि पहली पारी में उनके रनों में बड़ा अंतर हो। टेस्ट मैच के नियमों के अनुसार, यदि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम दूसरी टीम से 200 रन या अधिक से पीछे है तो विरोधी कप्तान फॉलो-ऑन लागू कर सकता है। यह नियम विशेष परिस्थितियों में थोड़ा भिन्न हो सकता है, जैसे तीन या चार दिन के मैचों में कम रन अंतर की आवश्यकता होती है। फॉलो-ऑन लागू करने का उद्देश्य प्रतिद्वंद्वी टीम पर मनोवैज्ञानिक दबाव बढ़ाना और मैच जीतने का प्रयास करना है। हालांकि, यह निर्णय जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि यदि पीछे रही टीम दूसरी पारी में अच्छा प्रदर्शन करे तो गेंदबाजों को लगातार गेंदबाजी करनी पड़ सकती है। इतिहास में कुछ मामलों में फॉलो-ऑन लागू करने वाली टीमें मैच हार गई हैं, जैसे 2001 में कोलकाता में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था। आधुनिक क्रिकेट में कप्तान फॉलो-ऑन लागू करने से पहले विभिन्न कारकों पर विचार करते हैं जैसे गेंदबाजों की थकान, पिच की स्थिति और शेष समय। फॉलो-ऑन टेस्ट क्रिकेट की एक पारंपरिक और रोमांचक विशेषता है।