लेग थ्योरी
लेग थ्योरी क्रिकेट में एक विवादास्पद गेंदबाजी रणनीति है जिसमें गेंदबाज बल्लेबाज के शरीर या लेग स्टंप की लाइन पर गेंद डालते हैं और लेग साइड पर अधिक फील्डर रखे जाते हैं। इस रणनीति का सबसे कुख्यात उदाहरण 1932-33 की एशेज सीरीज में इंग्लैंड की 'बॉडीलाइन' रणनीति थी। लेग थ्योरी का उद्देश्य बल्लेबाज को रन बनाने के विकल्प सीमित करना और उसे रक्षात्मक शॉट खेलने पर मजबूर करना होता है। जब गेंदबाज लेग स्टंप लाइन पर गेंद डालते हैं और लेग साइड में घने फील्डर रखे होते हैं, तो बल्लेबाज के लिए रन बनाना कठिन हो जाता है। हालांकि, अगर गेंदें शॉर्ट पिच्ड और बॉडी लाइन पर हों, तो यह खतरनाक और अनैतिक मानी जाती है। आधुनिक क्रिकेट में नियमों द्वारा लेग साइड पर फील्डरों की संख्या सीमित कर दी गई है। लेग थ्योरी नकारात्मक बॉलिंग का एक रूप हो सकती है जो खेल की भावना के विरुद्ध मानी जाती है। इसके बावजूद, कुछ गेंदबाज वैध सीमा में रहते हुए इस रणनीति का उपयोग करते हैं।