फील्ड प्लेसमेंट
फील्ड प्लेसमेंट क्रिकेट में फील्डरों को मैदान पर रणनीतिक स्थानों पर तैनात करने की कला है। यह कप्तान और गेंदबाज के बीच मिलकर की जाने वाली योजना है जो बल्लेबाज की कमजोरियों और गेंदबाजी शैली पर आधारित होती है। सही फील्ड प्लेसमेंट मैच का परिणाम बदल सकती है क्योंकि यह रन रोकने और विकेट लेने में सहायक होती है। आक्रामक फील्ड प्लेसमेंट में स्लिप, गली, शॉर्ट लेग जैसे कैच पोजीशन शामिल होते हैं, जबकि रक्षात्मक फील्डिंग में डीप कवर, लॉन्ग ऑन, लॉन्ग ऑफ जैसे पोजीशन होते हैं। गेंदबाजी के प्रकार के अनुसार फील्ड सेटिंग बदलती है - तेज गेंदबाजी के लिए स्लिप कॉर्डन, स्पिन गेंदबाजी के लिए क्लोज-इन फील्डर। बल्लेबाज की पसंदीदा शॉट के अनुसार भी फील्ड प्लेसमेंट की जाती है। पावरप्ले में सर्कल के भीतर सीमित फील्डर रखने होते हैं। डेथ ओवरों में बाउंड्री पर फील्डर तैनात किए जाते हैं। अनुभवी कप्तान फील्ड प्लेसमेंट में बदलाव करके दबाव बनाते हैं और मैच को अपने पक्ष में कर सकते हैं। फील्ड प्लेसमेंट में रचनात्मकता और समझदारी की आवश्यकता होती है।