पार्ट-टाइम बॉलर
पार्ट-टाइम बॉलर वह खिलाड़ी होता है जो मुख्य रूप से बल्लेबाज या विशेषज्ञ क्षेत्ररक्षक के रूप में टीम में चुना जाता है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर गेंदबाजी भी करता है। ये खिलाड़ी पूर्णकालिक गेंदबाज नहीं होते और आमतौर पर कम ओवर फेंकते हैं। पार्ट-टाइम बॉलर कप्तान के लिए एक अतिरिक्त विकल्प प्रदान करते हैं, विशेष रूप से तब जब मुख्य गेंदबाज थक जाते हैं या पिच की परिस्थितियां बदल जाती हैं। कई बार पार्ट-टाइम बॉलर अप्रत्याशित होते हैं और बल्लेबाज उन्हें हल्के में लेकर गलती कर बैठते हैं, जिससे विकेट का अवसर मिल जाता है। सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, और जो रूट जैसे महान बल्लेबाज भी पार्ट-टाइम बॉलर के रूप में उपयोगी रहे हैं। ODI और T20 क्रिकेट में, पार्ट-टाइम बॉलर पांचवें गेंदबाज की भूमिका निभाने में महत्वपूर्ण हो सकते हैं, जो टीम संयोजन में लचीलापन प्रदान करते हैं। हालांकि इनका मुख्य कौशल गेंदबाजी नहीं है, फिर भी कई पार्ट-टाइम बॉलर ने महत्वपूर्ण क्षणों में टीम के लिए महत्वपूर्ण विकेट लिए हैं। इनकी गेंदबाजी आमतौर पर धीमी मध्यम गति या स्पिन होती है, और ये मैच की स्थिति को बदलने का काम करते हैं जब विरोधी टीम सहज महसूस कर रही होती है।